Home » Download Free Pdf Notes » History » History of Modern India bipin chandra PDF in Hindi and English

History of Modern India bipin chandra PDF in Hindi and English

History of Modern India bipin chandra PDF in Hindi and English

History of Modern India bipin chandra PDF in Hindi and English

This Free PDF Notes Contains History of Modern India bipin chandra PDF in Hindi and English For Upcoming Exams. You can easily download PDF on adhunik bharat ka itihas, आधुनिक भारत का इतिहास, bipan chandra history book in hindi pdf free download from this website. Bipin chandra history book is very important to crack any competitive exam in India. प्रिय पाठकों आज Examtrix (examtricks) की टीम प्रतियोगी छात्रों के लिये History of Modern India bipin chandra PDF in Hindi and English नोट्स शेयर कर रही है. ये Best bharat ka swatantrata sangharsh by bipin chandra in hindi pdf की Book सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बेहद उपयोगी हैं


Hello Dear Examtrix.com (Exam Tricks) followers, In this post we are going to share an important PDF on History of Modern India bipin chandra PDF in Hindi and English, old ncert history bipin chandra in hindi, which is very useful for each and every competitive exam in India. At this platform we share History Handwritten notes pdf in Hindi-English and OLD NCERT Free Pdf Study material for Competitive exams.


Today, we are sharing SSC CGL free notes, free upsc ias material. This Free PDF Notes (History of Modern India bipin chandra PDF in Hindi and English)  is important for various exams like UPSC, IAS, RAS, UPPSC, MPPSC, BPSC, SSC CGL, CHSL, CPO, IBPS PO, SBI PO, Railway, RRB NTPC, ASM, Group D, State PSC, Sub inspector, Patwari exam, LDC Exam, Revenue office Exams.


History of Modern India bipin chandra PDF Topics


  • The Decline of The Mughal Empire
  • Indian States and Society in The 18 Century
  • The Beginnings of European Settlements Chapter
  • The British Conquest of India CHAPTER V
  • The Structural of the Government and the Economic
  • Policies of the British Empire in India, 1757—1857
  • Administrative Organisation and Social and Cultural Policy
  • Social and Cultural Awakening in the First Half of the 19th Century
  • ^ The Revolt of 1857
  • Administrative Changes After 1838
  • India And Her Neighbors
  • Economic Impact of the British Rule
  • Growth of New India—The Nationalist Movement 1858—1905
  • Growth of New India Religious and Social Reform After 1858
  • Nationalist Movement 1905—1918
  • Struggle for Swaraj
आधुनिक भारत का इतिहास विपिन चंद्र PDF in Hindi का मुख्य अंश
  • कांग्रेस विभाजन तथा क्रांतिकारी आतंकवाद का उदय
  • प्रथम विश्वयुद्ध और भारतीय राष्ट्रवाद: ग़दर आन्दोलन
  • ‘होम रूल लीग’ आन्दोलन
  • गाँधी : दक्षिण अफ्रीका रोलेट सत्याग्रह तक
  • असहयोग आंदोलन 1920-22
  • किसान आंदोलन और राष्ट्रीय स्वाधीनता संघर्ष उ. प्र. मालाबार और बारदोली
  • भारत का मजदूर वर्ग और राष्ट्रीय आंदोलन
  • गुरुद्वारा सुधार व मंदिर प्रवेश आंदोलन
  • राष्ट्रीय आंदोलन में ठहराव के वर्ष
  • भगत सिंह, सूर्य सेन और अन्य क्रांतिकारी

Details about History of Modern India bipin chandra PDF


1. दोस्तों आज के इस के दौर में competitive exams की तैयारी दिन प्रतिदिन काफी कठिन होते जा रही है. SSC and Railway की vacancy की अधिकारिक घोषणा अभी कुछ ही दिन पहले हुई है. जो उम्मीदवार SSC and Railway की तैयारी कर रहे है उनके लिये History of Modern India bipin chandra PDF in Hindi and English का Revision करना बेहतर रणनीति साबित होगा.
2. From our website exam tricks, examtricks, examtrick, exam trick, you can download free pdf notes and tons of study material for competitive exams in India.
3. आपको इस History of Modern India bipin chandra PDF in Hindi and English Download में आपको वो सारी महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी जो की आने वाले Sarkari Exam के लिये बहुत लाभदायक होगा. आपको इस आधुनिक भारत का इतिहास Book में History GK Tricks से सम्बंधित वैसे प्रश्न, उत्तर सहित पढने को मिलेंगे जो की प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जा चुके है या फिर Exam की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है. जो PDF Notes हम share कर रहे है उस बुक का नाम History of Modern India bipin chandra PDF in Hindi and English है. आप सब छात्र जो प्रतियोगी परीक्षाओ की तैयारी कर रहे है या अभी शुरू किये है, उन तमाम छात्रों को Adhunik bharat ka itihas Book PDF अवश्य पढना चाहिये.

Details about History of Modern India bipin chandra PDF


CreditThis PDF is prepared by Arihant and Minitya Publication Team.
PDF Size12 and Mb
No of pages in this PDF317 and
PDF NameHistory of Modern India bipin chandra PDF in Hindi and English
PDF QualityGood

Click below to Download PDF


As we already mentioned above, this free pdf notes is related to History of Modern India bipin chandra PDF in Hindi and English
Download PDF :-
History of Modern India” by Bipan Chandra in English
in Hindi – Bipin Chandra Modern History PDF

Download Subject wise Free Pdf Notes in Hindi and English


Download Free Study Material For each and every competitive exam. Subject wise Links for  Handwritten Class Notes in Hindi and English

History Notes –  ClickGeography Notes – Click
Indian Polity Notes – ClickEconomics Notes – Click
General Science Notes – ClickCurrent Affairs Notes – Click
Maths Notes – ClickReasoning Notes – Click
English Grammar Notes – ClickGeneral Hindi Notes – Click
Science and Tech Notes – ClickArt and Culture Notes – Click
Psychology Notes – ClickEnvironment and Ecology – Click
Sanskrit Notes- ClickEthics Notes – Click
Computer Awareness – ClickBanking Awareness Notes – Click
International Relations – ClickImportant Questions PDF – Click
General Knowledge PDF – Click 

Disclaimer: Examtrix.com neither created this file nor scanned, We downloaded this file from internet and linked with this blog or we shared the link which is already available on Internet. We don’t want to violate any copyright law.  If anyone has any objection then kindly mail at examtrix@gmail.com to request removal of the link.

Please Support us By Following our Social Media Channels

महाराणा प्रताप के बारे में कुछ रोचक जानकारी:-

1… महाराणा प्रताप एक ही झटके में घोड़े समेत दुश्मन सैनिक को काट डालते थे।

2…. जब इब्राहिम लिंकन भारत दौरे पर आ रहे थे । तब उन्होने अपनी माँ से पूछा कि- हिंदुस्तान से आपके लिए क्या लेकर आए ? तब माँ का जवाब मिला- ”उस महान देश की वीर भूमि हल्दी घाटी से एक मुट्ठी धूल लेकर आना, जहाँ का राजा अपनी प्रजा के प्रति इतना वफ़ादार था कि उसने आधे हिंदुस्तान के बदले अपनी मातृभूमि को चुना ।”
लेकिन बदकिस्मती से उनका वो दौरा रद्द हो गया था |
“बुक ऑफ़ प्रेसिडेंट यु एस ए ‘ किताब में आप यह बात पढ़ सकते हैं |

3…. महाराणा प्रताप के भाले का वजन 80 किलोग्राम था और कवच का वजन भी 80 किलोग्राम ही था|
कवच, भाला, ढाल, और हाथ में तलवार का वजन मिलाएं तो कुल वजन 207 किलो था।

4…. आज भी महाराणा प्रताप की तलवार कवच आदि सामान उदयपुर राज घराने के संग्रहालय में सुरक्षित हैं |

5…. अकबर ने कहा था कि अगर राणा प्रताप मेरे सामने झुकते है, तो आधा हिंदुस्तान के वारिस वो होंगे, पर बादशाहत अकबर की ही रहेगी|
लेकिन महाराणा प्रताप ने किसी की भी अधीनता स्वीकार करने से मना कर दिया |

6…. हल्दी घाटी की लड़ाई में मेवाड़ से 20000 सैनिक थे और अकबर की ओर से 85000 सैनिक युद्ध में सम्मिलित हुए |

7…. महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक का मंदिर भी बना हुआ है, जो आज भी हल्दी घाटी में सुरक्षित है |

8…. महाराणा प्रताप ने जब महलों का त्याग किया तब उनके साथ लुहार जाति के हजारो लोगों ने भी घर छोड़ा और दिन रात राणा कि फौज के लिए तलवारें बनाईं | इसी समाज को आज गुजरात मध्यप्रदेश और राजस्थान में गाढ़िया लोहार कहा जाता है| मैं नमन करता हूँ ऐसे लोगो को |

GK questions & Current Affairs Quiz

9…. हल्दी घाटी के युद्ध के 300 साल बाद भी वहाँ जमीनों में तलवारें पाई गई।
आखिरी बार तलवारों का जखीरा 1985 में हल्दी घाटी में मिला था |

10….. महाराणा प्रताप को शस्त्रास्त्र की शिक्षा “श्री जैमल मेड़तिया जी” ने दी थी, जो 8000 राजपूत वीरों को लेकर 60000 मुसलमानों से लड़े थे। उस युद्ध में 48000 मारे गए थे । जिनमे 8000 राजपूत और 40000 मुग़ल थे |

11…. महाराणा के देहांत पर अकबर भी रो पड़ा था |

12…. मेवाड़ के आदिवासी भील समाज ने हल्दी घाटी में
अकबर की फौज को अपने तीरो से रौंद डाला था । वो महाराणा प्रताप को अपना बेटा मानते थे और राणा बिना भेदभाव के उन के साथ रहते थे ।
आज भी मेवाड़ के राजचिन्ह पर एक तरफ राजपूत हैं, तो दूसरी तरफ भील |

13….. महाराणा प्रताप का घोड़ा चेतक महाराणा को 26 फीट का दरिया पार करने के बाद वीर गति को प्राप्त हुआ | उसकी एक टांग टूटने के बाद भी वह दरिया पार कर गया। जहाँ वो घायल हुआ वहां आज खोड़ी इमली नाम का पेड़ है, जहाँ पर चेतक की मृत्यु हुई वहाँ चेतक मंदिर है |

14….. राणा का घोड़ा चेतक भी बहुत ताकतवर था उसके मुँह के आगे दुश्मन के हाथियों को भ्रमित करने के लिए हाथी की सूंड लगाई जाती थी । यह हेतक और चेतक नाम के दो घोड़े थे|

15….. मरने से पहले महाराणा प्रताप ने अपना खोया हुआ 85 % मेवाड फिर से जीत लिया था । सोने चांदी और महलो को छोड़कर वो 20 साल मेवाड़ के जंगलो में घूमे ।

16…. महाराणा प्रताप का वजन 110 किलो और लम्बाई 7’5” थी, दो म्यान वाली तलवार और 80 किलो का भाला रखते थे हाथ में।

महाराणा प्रताप के हाथी की कहानी:

मित्रो, आप सब ने महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक के बारे में तो सुना ही होगा,
लेकिन उनका एक हाथी भी था। जिसका नाम था रामप्रसाद। उसके बारे में आपको कुछ बाते बताता हुँ।

रामप्रसाद हाथी का उल्लेख अल- बदायुनी, जो मुगलों की ओर से हल्दीघाटी के
युद्ध में लड़ा था ने अपने एक ग्रन्थ में किया है।

वो लिखता है की- जब महाराणा प्रताप पर अकबर ने चढाई की थी, तब उसने दो चीजो को ही बंदी बनाने की मांग की थी । एक तो खुद महाराणा और दूसरा उनका हाथी रामप्रसाद।

आगे अल बदायुनी लिखता है की- वो हाथी इतना समझदार व ताकतवर था की उसने हल्दीघाटी के युद्ध में अकेले ही अकबर के 13 हाथियों को मार गिराया था ।

वो आगे लिखता है कि- उस हाथी को पकड़ने के लिए हमने 7 बड़े हाथियों का एक
चक्रव्यूह बनाया और उन पर14 महावतो को बिठाया, तब कहीं जाकर उसे बंदी बना पाये।

अब सुनिए एक भारतीय जानवर की स्वामी भक्ति।

उस हाथी को अकबर के समक्ष पेश किया गया ।
जहा अकबर ने उसका नाम पीरप्रसाद रखा।

रामप्रसाद को मुगलों ने गन्ने और पानी दिया।

पर उस स्वामिभक्त हाथी ने 18 दिन तक मुगलों का न तो दाना खाया और न ही
पानी पिया और वो शहीद हो गया।

तब अकबर ने कहा था कि- जिसके हाथी को मैं अपने सामने नहीं झुका पाया,
उस महाराणा प्रताप को क्या झुका पाउँगा.?

अगर यह सन्दर्भ अच्छा लगा हो तो आगे के इसी प्रकार जानकारी के लिए हर रोचक अपडेट्स के लिए मित्र अनुरोध भेज सकते है या फालो कर सकते है, इसलिए मित्रो हमेशा अपने भारतीय होने पे गर्व करो।

Share

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!
Scroll to Top
Scroll to Top